मुंबई। अमिताभ बच्चन की फिल्म नमक हलाल का गाना ‘ जवानी जानेमन हसीन दिलरुबा…’ काफी लोकप्रिय हुआ था और अब इसी गाने से दो फ़िल्में आने वाली है। एक तो इस शुक्रवार को जवानी जानेमन के रूप में और दूसरी हसीन दिलरुबा जल्द ही। खैर आज बात जवानी जानेमन की।
नितिन कक्क़ड के निर्देशन में बनी जवानी जानेमन आज के जमाने के रिश्तों और उससे उपजे इमोशंस की कहानी है। लन्दन में जसविंदर जाज़ सिंह (सैफ अली खान ) रहता है जो कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेना चाहता और अपने बड़े भाई (कुमुद मिश्रा ) और परिवार से दूर रहता है।
उसका काम अय्याशी करना है। रोज़ रात को पार्टी करना और पब से लड़की पिकअप करना, दिन भर सोते रहना और रात में फिर पार्टी करना उसका काम है। एक दिन उसे एक लड़की मिलती है जो दावा करती है कि वो उसके पिता है। सैफ का किरदार पहले नहीं मानता है लेकिन बाद में लड़की की बात सही निकलती है।
सैफ का किरदार लड़की को ना-नुकुर के बाद घर लाता है और इसी दौरान उसे पता चलता है कि लड़की भी प्रेग्नेंट है। फिर क्या होता है ये फिल्म देख कर पता लगेगा।
फिल्म में सैफ अली खान ने पिता के रोल में बेहतरीन काम किया। पूजा बेदी की बेटी अलाया फर्नीचरवाला ने भी जबरदस्त काम किया है। दोनों ने बाप बेटी के रिश्ते और इमोशंस को बड़ी ही खूबसूरती से पेश किया है।
तब्बू के लिए फिल्म में करने के कुछ खास नहीं है क्योंकि वो गेस्ट की तरह हैं। चंकी पांडे का रोल ठीक ठाक है। फिल्म के गाने अच्छे है और प्रोडक्शन वैल्यू भी। इस फिल्म को पांच में से चार स्टार मिलते हैं।