मुंबई। किआरा आडवाणी अभिनीत फिल्म ‛इंदू की जवानी’ आज सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। ऐसे दौर में फिल्म को सिनेमाघर में रिलीज करना साहस की बात है जब सिनेमाघर 50 प्रतिशत कैपिसिटी के साथ खुले हुए हैं और दर्शक सिनेमाघर आने में हिचकिचा रहे हैं, लेकिन फिल्म की रिलीज को तगड़ा झटका लगा है और लगभग 400 सिनेमाघरों में यह फिल्म रिलीज नहीं हो पाई है। दरअसल, पूरा विवाद 2000 रुपए चार्ज को लेकर है, जिसे माफ करने की मांग कंटेंट डिलीवर चार्जेज (CDC) को माफ करने की है, यह पर शो 2000 हजार रुपए होता हैं। इसके लिए निर्माता और डिस्ट्रीब्यूटर ने मौखिक आश्वासन दिया था, लेकिन इसे न मानते हुए आज सुबह सिंगल स्क्रीन सिनेमा और नॉन मल्टीफ्लेक्स चैन द्वारा केडीएम (Key Delivery Massage) नहीं भेजा। दरअसल, KDM एक कोड होता है जिसके बिना फिल्म रन नहीं कि जा सकती है। जबकि इन सभी ने पहले ही फिल्म को लेकर अनाउंस कर दिया तय और एडवांस में टिकटों की बिक्री भी कर चुके थे।
दरअसल, एक विवाद सिंगलस्क्रीन सिनेमाघर और नॉन नेशनल मल्टीप्लेक्स बनाम फिल्म के निर्माताओं के बीच हो गया। विवाद कंटेंट डिलीवरी चार्ज (सीडीसी) को लेकर हुआ।
निर्माताओं ने इन प्रदर्शकों को कहा था कि दो हजार रुपए का सीडीसी चार्ज वे वहन करेंगे, लेकिन अंतिम समय में उन्होंने कह दिया कि इसका वहन सिनेमाघर वालों को उठाना पड़ेगा। इसी वजह से फिल्म की रिलीज इन सिनेमाघरों में नहीं हो पाई।