Indoo Ki Jawani : बेदम कहानी, कमजोर डायरेक्शन, कैजुअल सेक्सिज्म दिखाने की कोशिश

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Indoo ki jawani

फिल्म: इंदू की जवानी
डायरेक्टर: अबीर सेना गुप्ता
निर्देशक: भूषण कुमार, निखिल आडवाणी
स्टार कास्ट: कियारा आडवाणी, आदित्य सील, गुरु रंधावा, मल्लिका दुआ

फिल्म शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज इंदू की जवानी रिलीज हो गई है। अभिनेत्री कियारा आडवाणी और आदित्य सील अभिनीत अबीर सेना गुप्ता के डायरेक्शन वाली यह फिल्म अहम मानी जा रही है। इस फिल्म में पंजाबी स्टार गुरु रंधावा भी नजर आने वाले हैं। इस फिल्म के गानों को रोचक कोहली, मीका सिंह और बादशाह ने कम्पोज किया है। इसके अलावा गीतों को शब्बीर अहमद, गुरप्रीत सैनी, गौतम शर्मा और बादशाह ने लिखा है। हम समझ सकते हैं कि गानों में हमें पंजाबी और हरियाणवी टच देखने को मिल सकता है। फिल्म में ‛हसीना पागल दीवानी’ सॉन्ग मीका सिंह के अल्बम ‛सावन में लग गई आग’ से लिया गया है। 

स्टोरी: इंदू की जवानी की कहानी एक बॉयफ्रेंड की ओर से गर्लफ्रेंड को धोखा दिए जाने पर है। बॉयफ्रेंड के धोखे के बाद इंदू प्यार पाने के लिए डेटिंग ऐप का सहारा लेती है। वन-नाइट स्टैंड की तलाश में वह ऐसा करती है, लेकिन एक रोमांटिक शाम की तलाश उसके लिए परेशानी का सबब बन जाती है। दरअसल, बॉयफ्रेंड के धोखे से परेशान इंदिरा गुप्ता (कियारा आडवाणी) अपनी दोस्त सोनल (मल्लिका दुआ) की सलाह पर डेटिंग ऐप ‛डिंडर’ पर प्यार तलाशती है। इंदू की दोस्त उसे बताती है कि आखिर लड़के चाहते क्या हैं। वह बताती है कि सभी लड़के स्कर्ट चेजिंग हैं। दोस्त की सलाह पर इंदू ऐसा ही करती है और फिर उसकी दोस्ती हैंडसम बॉय समर (आदित्य सील) से होती है, जो उसके अकेले होने पर घर आ जाता है। 

हालांकि इंदू पाकिस्तानियों के बीच चर्चा का कारण बन जाती है और वह अनजाने ही एक बड़ी मुसीबत मोल ले लेती है। फिल्म के शुरुआती 10 मिनट दर्शक को बांधने की कोशिश करते हैं। शुरुआत के कुछ सीन्स से ऐसा लगता है कि जैसे यह फिल्म कॉमिक स्पाई थ्रिलर है, लेकिन कुछ देर बाद पूरी कहानी पटरी से उतरती नजर आती है और फिर पूरी फिल्म में वह रोमांच नहीं रह जाता। बुजुर्गों से लेकर जवान लड़कों तक तमाम लोग इंदू का अटेंशन पाने के लिए परेशान रहते हैं। साफ है कि फिल्म में कैजुअल सेक्सिज्म दिखाने की कोशिश की गई है। 

डायलॉग्स और डायरेक्शन: मल्लिका दुआ ने एक बार फिर से स्टीरियोटाइप स्मॉल टाउन गर्ल का किरदार किया है। फिल्म की शुरुआत में वह अपने डायलॉग्स से थोड़ा बांधने और कॉमेडी की कोशिश करती हैं, लेकिन एक बार इंदू यानी कियारा आडवाणी के घर पर फोकस होने के बाद फिल्म में वह दम नहीं दिखता। इसके अलावा कियारा आडवाणी और आदित्य के बीच बहुत अच्छी केमिस्ट्री देखने को नहीं मिलती। ऐसा लगता है कि डायरेक्टर ने फिल्म में जबरन शर्टलेस सीन्स डालने की कोशिश की है। कियारा फिल्म में बेहद शानदार नजर आती हैं, लेकिन उनकी कॉमिक टाइमिंग काफी कमजोर दिखती है। साफ कहें तो कॉमेडी फिल्म के तौर पर बनाई गई इस मूवी से कॉमेडी का ही एलिमेंट एक तरह से गायब दिखता है। समीक्षकों ने मूवी को दो स्टार दिए हैं।