Birthday, Special, मुंबई। ऐसा कम ही देखने को मिलता है जब कोई हर क्षेत्र में खुद को साबित कर दिखाता है। फिर चाहे पर करियर हो या फिर पारिवारिक लाइफ। 500 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके अनुपम खेर ने हर चुनौतियों से पार पाकर अपने आप को बेहतर से बेहतरीन बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। विरोधियों के खिलाफ बेखौफ अपनी राय जाहिर करने वालों में सबसे आगे रहे अनुपम खेर (Anupam Kher) आज अपना 66वां बर्थडे सेलिब्रिट कर रहे हैं। उनका जन्म 7 मार्च 1955 को शिमला में हुआ था। वे नेशनल स्कूल आॅफ ड्रामा से ग्रेजुएट हैं। इस मौके पर खुद अनुपम खेर ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वे कई प्ले कार्ड दिखा रहे है। जिसमें लिखा है कि वे मुझे विश करो ना, आज मेरा बर्थडे हैं… जय हो। इसके साथ ही उन्होंने कैप्शन लिखा है कि, ‘आज मेरा हैप्पी बर्थडे है। वैसे तो आप मेरे लिए रोज प्रार्थना करते होंगे, पर आज स्पेशल डे पे और भी प्यार, दुआओं और आशीर्वाद की जरूरत है।’ इसके अलावा अभिनेता अनिल कपूर ने उनकी एक तस्वीर शेयर की है जिसके कैप्शन लिखा ‘जन्मदिन मुबारक हो दोस्त, मैं प्रार्थना करता हूं कि आप जीवन में जो चाहें प्राप्त करें… स्वास्थ्य, खुशी, शांति और सफलता … आप खुश रहें और मुझे हमेशा खुश रखें! आपको आगे एक शानदार वर्ष की शुभकामनाएं … बहुत सारा प्यार।’

दो नेशनल अवॉर्ड और 8 बार फिल्म फेयर
फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट आॅफ इंडिया के अध्यक्ष रह चुके अनुपम को दो नेशनल अवॉर्ड और 8 फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा जा चुका हैं। 1984 में आई सारांश लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। इसके बाद वे 1989 की राम लखन, फिर 1991 की लम्हें, खेल (1992), डर (1993) और 1995 की दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे के लिए कुल 5 बार सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार मिल चुका है। इसके अलावा वे डैडी (1989) और मैने गांधी को नहीं मारा (2005) में अपने प्रदर्शन के लिए दो बार स्पेशल मेंशन के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत चुके हैं। फिल्म विजय (1988) में अपने प्रदर्शन के लिए, उन्होंने सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। भारत सरकार ने उन्हें सिनेमा और कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 2004 में पद्म श्री और 2016 में पद्म भूषण से सम्मानित किया। उन्हें ब्रिटिश टेलीविजन सिटकॉम द बॉय विद द टॉपकॉट (2018) में सहायक भूमिका के लिए बाफ्टा नामांकन प्राप्त हुआ।
‘सारांश’ से शुरू किया था बॉलीवुड करियर
अनुपम खेर ने 1984 में महेश भट्ट द्वारा निर्देशित ड्रामा फिल्म सारांश के साथ बॉलीवुड में अपने अभिनय की शुरूआत की, जिसमें उन्होंने एक 65 वर्षीय सेवानिवृत्त मध्यम वर्ग के शिक्षक को चित्रित किया, जो अपने बेटे को खो देता है। फिल्म एक मध्यम बॉक्स आॅफिस सफलता थी, हालांकि खेर के प्रदर्शन ने उन्हें व्यापक प्रशंसा अर्जित की। उन्होंने पिता की भूमिका के लिए कई पुरस्कार जीते, जिसमें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार भी शामिल था।
पर्सनल लाइफ
साल 1985 में उन्होंने अभिनेत्री किरन खेर से शादी की, जो चंडीगढ़ से सांसद हैं। इसके साथ ही अनुपम खेर ने न केवल किरण के बेटे सिकंदर का अपनाया बल्कि उन्हें अपना नाम भी दिया।