मुंबई। बॉलीवुड फिल्म रूही (Roohi) गुरुवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म को लेकर दर्शकों ने अलग-अलग राय जाहिर की हैं। कोई इस फिल्म को सुपरहिट बता रहा है तो कोई इसे बॉलीवुड की पिछली हॉरर कॉमेडी कहानियों जैसी ही बता रहा हैं। ऐसे में BolBolBollywood.com से पराग छापेकर (Parag Chhapekar) बता रहे हैं कि आखिर रूही दर्शकों को डराने में कितनी सफल रही हैं।
स्टार कास्ट: राजकुमार राव, जान्हवी कपूर और वरुण शर्मा
निर्देशक: हार्दिक मेहता
रेटिंग: 3.5/5
कहानी: यह कहानी एक छोटे से गाँव की है। जहां पर पकड़ोवा विवाह बहुत आम बात है। यहाँ पर भूरा पांडे (राजकुमार राव) और कट्टानी कुरैशी (वरुण शर्मा) रिपोर्टर बनना चाहते हैं और नोएडा जाकर नाम कमाना चाहते है। फिलहाल वे इस छोटी सी जगह पर अपने बॉस के लिए काम करते हैं। जिसका असली धंधा लड़कियां उठाने का होता है। ऐसे में ये लोग किसी रिपोर्टिंग पर जा रहे होते हैं तभी उनका बॉस बोलता है कि दूसरे आदमी बिजी है आप किसी लड़की को उठा लाइए। अब ये वरुण शर्मा और राजकुमार राव जाकर रूही को उठा लेते हैं। लेकिन, तभी उन्हें कहा जाता है अभी शादी आगे बढ़ गई है और इसे जंगल में छुपा आइए। तभी वे जंगल के कॉटेज में उसे छिपा देते हैं। जैसे ही वे वहाँ पहुंचते है रूही के अंदर की चुड़ैल सामने आ जाती है। उसका नाम आफ़ज़ा है। उसकी सबसे बड़ी ख्वाहिश होती है कि उसकी शादी हो जाये। यहां पर डायरेक्टर ने एक ट्राइएंगल बनाया है। जिसमें रूही से राजकुमार राव के किरदार को प्यार होता है, जबकि आफजा से वरुण शर्मा के किरदार को प्यार होता है। अब आगे क्या होगा वह चुड़ैल उसे छोड़ेंगी या नहीं, इसी अजीब से ताने-बाने पर यह फिल्म बुनी गई है।
निर्देशन और एक्टिंग: अगर में डायरेक्शन की बात करूं तो हार्दिक मेहता ने बहुत अच्छा काम किया है। एक-एक सीन में आपको साफ समझ में आता है कि मृगदीप सिंह लाम्बा ने जो स्क्रीन प्ले लिखा वह बहुत मेहनत के बाद बनाया है। परफॉर्मेंस के लेवल पर कलाकारों ने बहुत शानदार परफॉर्म किया है जान्हवी कपूर को जैसा हमनें पिछली फिल्मों में देखा था इससे वह बिल्कुल अलग नजर आती है। दोनों ही अलग-अलग किरदारों में अलग-अलग एक्सप्रेशन देना अपने आप में बड़ी बात है। वरूण शर्मा लाजवाब है। राजकुमार राव अच्छे कलाकार है लेकिन इंटरवल के बाद वे अचानक कब तोतलाने लगते हैं समझ में नहीं आता है। लेकिन मिलाकर मैं बात करूं तो रूही एक मनोरंजक फिल्म जो आपको हंसाती भी है, बीच-बीच में डराती भी… गुदगुदाती भी है। यह एक हल्की-फुल्की फिल्म है इसे हॉरर फिल्म या स्त्री के लेवल की फिल्म न समझे। स्त्री में एक गहराई थी। एक अलग बात उसकी स्क्रिप्ट में दिखाई दी थी। यह विशुद्ध मनोरंजन के लिए फिल्म है। इसमें कही गहराई नहीं है। लेकिन, यह फिल्म आपको इंटरटेन करेगी इस बात की मैं गारंटी लेता हूँ। मैं इस फिल्म को 5 से 3.5 स्टार देता हूं।
फिल्म की कहानी मृगदीप सिंह लांबा ने लिखी है। फिल्म को मैडॉक फिल्म्स और जियो स्टूडियोज ने प्रोड्यूस किया है।